जुनैद फरीदी ने ईस्टर्न पेरीफेरल पर घरों को लौट रहे मजबूरों की मदद की
खेकड़ा । बागपत । कोरोना वायरस महामारी को लेकर 21 दिन तक चलने वाले लॉकडाउन का सबसे अधिक असर गरीबों और बेसहारा लोगों पर पड़ा है । मजदूर, रिक्शा चलाने वाले और भीख मांगकर गुजारा करने वाले सैकड़ों लोगों के सामने खाने पीने की समस्या है जिसके लिए पुलिस प्रशासन व समाजसेवी लोग सेवा में लगे हुए है।
पूरा देश कोरोना की महामारी से जूझ रहा है इसको देखते हुए कई लोग अपनी मानवता के नाते आगे बढ़ रहे हैं। इनमें कई समाजसेवी और कई संगठन लोगों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। लॉकडाउन में फैक्ट्रिया बंद होने के बाद दूसरे राज्यों में काम करने वाले मजदूर अपने घर लौटने के लिए बीवी बच्चों के साथ सैकड़ों किमी का सफर पैदल ही पार करने को मजबूर है। ऐसे में कुछ ग्रामीण अपने घरों को वापस लौट रहे मजदूरों के भोजन की व्यवस्था के लिए आगे आये है। इसको देखते हुए थाना खेकड़ा क्षेत्र के रटोल गांव के पूर्व प्रधान जुनैद फरीदी ने अपने साथियों के साथ ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर पहुंचकर अपने गंतव्यों को जा रहे लोगों को रोककर उन्हें खाना, फल, पानी और दूध वितरित किया ।
इसी दौरान एक औरत ने गाड़ी से आवाज दी कि मेरा बच्चा दूध के बगैर भूखा है उस महिला की आवाज सुनकर जुनैद फरीदी तुरंत दूध की बोतल लेकर भावुक स्थिति में दौड़ पड़े और दूध की बोतल ले जाकर उस बच्चे की मां को दी और कहा कि जिसको भी दूध की आवश्यकता हो वो बेहिचक ले सकता है इसके बाद अन्य गाड़ियों से आ रहे होगो ने मौजूद महिलाओं ने भी अपने बच्चों के लिए दूध की बोतलें ली इस दौरान जुनैद फरीदी ने अपील की कि आप सभी अपने अपने घर पहुंचकर घर के अंदर ही रहे । और इस कोरोना महामारी के बचाव में लॉक डाउन का सही तरह से पालन करें ।
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